'हर भाषा का आभूषण है हर कृति की है अभिलाषा देवनागरी लिपि है जिसकी हिंदी है जन की भाषा' 'हर भाषा का आभूषण है हर कृति की है अभिलाषा देवनागरी लिपि है जिसकी हिंदी है जन...
हमारी महफिल में लोग बिन बुलाए आते हैं, क्योंकि यहां स्वागत फूलों से नहीं दिलों से किए जाते है!! हमारी महफिल में लोग बिन बुलाए आते हैं, क्योंकि यहां स्वागत फूलों से नहीं दिलों...
हिन्दी से विकास हमारा, ये है हिन्द का तारा, भारत ने हिन्दी संवारा। हिन्दी से विकास हमारा, ये है हिन्द का तारा, भारत ने हिन्दी संवारा।
हिंदी ही नहीं, ये भारत मां के , माथे की बिंदी है। हिंदी ही नहीं, ये भारत मां के , माथे की बिंदी है।
हमें नहीं गिला उनके जाने का बस आज हो तो मौका मिला सोचने का पहले हम डूब जाते थे यादो में आज तो वो है ... हमें नहीं गिला उनके जाने का बस आज हो तो मौका मिला सोचने का पहले हम डूब जाते थे य...
यह कविता हमारे अनेकता को दर्शाती है। हम जाती-धर्म के बंधन में बंधकर एक दूसरे को भूल जाते हैं। क्या य... यह कविता हमारे अनेकता को दर्शाती है। हम जाती-धर्म के बंधन में बंधकर एक दूसरे को ...